शनिवार, 13 मई 2023

ताकत वतन की हम से है।।

 ताकत वतन की हम से है हिम्मत वतन की हम से है

इज्जत वतन की हम से है, इंसान के हम रखवाले

पहरेदार हिमालय के हम, झोके है तूफान के

सुनकर गरज हमारी, सीने फट जाते चट्टान के

सीना है फौलाद का अपना, फूलों जैसा दिल है

तन में विंध्याचल का बल है, मन में ताजमहल है

ताकत वतन की हम से है...

देकर अपना खून सींचते देश की हम फुलवारी

बंसी से बंदूक बनाते हम है वो प्रेम के पुजारी

ताकत वतन की हम से है, हिम्मत वतन की हम से है

इज्जत वतन की हम से है, इंसान के हम रखवाले

आ कर हमको कसम दे गई, राखी किसी बहन की

देंगे अपना शीश, न देंगे, मिट्टी मगर वतन की

ताकत वतन की हम से है.....

खतरे में हो देश अरे तब लड़ना सिर्फ धर्म है

मरना है क्या चीज आदमी लेता नया जन्म है

एक जान है एक प्राण है सारा देश हमारा

सादिया चल कर थकी रुकी, पर कभी ना गंगा धारा

ताकत वतन की हम से है इज्जत वतन की हम से है....



1 टिप्पणी:

aksbadshah ने कहा…

फिल्म ~ प्रेम पुजारी

Sakya library "गुप्त पुस्तकालय" – तथ्य और मिथक क्या आप जानते हैं

Sakya "गुप्त पुस्तकालय" – तथ्य और मिथक 2003 में Sakya मठ, जो तिब्बत में लगभग 300 मील पश्चिम में स्थित है, के दक्षिणी पंख में एक द...