रविवार, 14 मई 2023

जिस देश में गंगा बहती है।

 हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है

होठों पे सच्चाई रहती है

जहां दिल में सफाई रहती है

मेहमा जो हमारा होता है वो जान से प्यारा होता है

ज्यादा का नहीं लालच हमको थोड़े से गुजरा होता है

बच्चों के लिए जो धरती मां

सदियों से सब कुछ सहती है

हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती है

कुछ लोग जो ज्यादा जानते हैं

इंसान को कम पहचानते हैं

ये पूरब है पूरब वाले की हर जान की कीमत जानते हैं

मिल जुल के रहो और प्यार करो

एक चीज यही तो रहती है

हम उस देश के वासी हैं....

जो जिस से मिलना सीखा हमने

गैरो को भी अपनाया हमने

मतलब के लिए अँधे हो कर

रोटी को नहीं पूजा हमने

अब हम तो क्या सारी दुनिया ये कहती है

हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है।









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