बुधवार, 31 मई 2023

नया घर बनाते समय कुछ बातो पे ध्यान दे।

 नया घर

कभी भी नया घर बनाते समय किस बातों पे विशेष ध्यान देना चाहिए?

एक अच्छा घर बनाने के लिए आपको घर निर्माण के बारे में जानकारी होना चाहिए तब आप कहीं जा कर आप एक अच्छा घर बना पायेंगे।

नहीं तो सबसे सिंपल तरीका है किसी आर्किटेक्चर के पास जाएं अपना एरिया प्लान बताए। आपको कैसा घर चाहिए कुछ अपने विचार बताए कितने रूम, हाल, फ्रंट, खुला एक प्लानर ही आपको अच्छा घर कैसे बनेगा क्या कहां रखना है क्या वास्तु रहेगा आपको अच्छी तरह से गाइड करेगा।

और एक अच्छा, सस्ता, मजबूत और फिक्स बजट में घर बनाने के बारे में आपको बताएगा।

लेकिन ये सब के अलावा हमें अपनी तरफ से कुछ जागरूकता रखनी पड़ती है. सही चीजों की सही जानकारी लेनी होती हैं.

सही जानकारी और थोड़ी सी मेहनत से काफी पैसे भी बचाया जा सकता है और अपने ड्रीम घर को बनाया जा सकता है.

अगर आपको घर बनाने के बारे में और कोई जानकारी चाहिए तो कमेंट करे।

रविवार, 28 मई 2023

जहां डाल डाल पर।।

 जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा

वो भारत देश है मेरा, वो भारत देश है मेरा

जहां सत्य अहिंसा और धर्म का पग पग लगता डेरा

वो भारत देश है मेरा वो भारत देश है मेरा

जहां डाल डाल पर..

यह धरती जहां ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला

जहां हर बालक एक मोहन है और राधा हर एक बाला

जहां सूरज सबसे पहले आकर डाले अपना डेरा 

वो भारत देश है मेरा वो भारत देश है मेरा

अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी है अलबेले

कही दिवाली की जगमग है होली के कही मेले

जहां राग रंग और खुशी का, चहू ओर है घेरा

वो भारत देश है मेरा वो भारत देश है मेरा

जहां आसमान से बाते करते, मंदिर और शिवाले

किसी नगर में किसी द्वार पर, कोई ना ताला डाले

प्रेम की बंसी जहां बजाता, आए शाम सबेरा

वो भारत देश है मेरा

वो भारत देश है मेरा।


इंसाफ की डगर पे। seo

 इंसाफ के डगर पे बच्चों दिखाओ चल के।

दुनियां के रंज सहना और कुछ ना मुंह से कहना।

सच्चाइयों के बल पे आगे को बढ़ते रहना।

रख दोगे एक दिन तुम संसार को बदल के।

इंसाफ की डगर पे....

अपने हो या पराए सब के लिए हो न्याय

देखों कदम तुम्हारा हरगिज ना डगमगाए

रास्ते बड़े कठिन है चलना तुम संभल के

इंसानियत के सर पे इज्जत का ताज रखना

तन मन की भेट देकर भारत की लाज रखना

जीवन नया मिलेगा अंतिम चिता पे जल के।

इंसाफ की डगर पे बच्चों दिखाओ चल के...


सोमवार, 15 मई 2023

हम हिन्दुस्तानी।।

 छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी

नये दौर में लिखेंगे हम मिलकर नई कहानी

हम हिन्दुस्तानी हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें...

आज पुरानी जंजीरों को तोड़ चुके हैं

क्या देखें उस मंजिल को जो छोड़ चुके है

चांद के दर पे जा पहुंचा है आज जमाना

नए जगत से हम भी नाता जोड़ चुके है

नया खून है नई उमंगे अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी हम हिन्दुस्तानी

हम हिन्दुस्तानी हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें....

हम को कितने ताजमहल है और बनाने

कितने ही अजंता हमको और सजाने

अभी पलटना है रुख दरियाओं का

कितने पर्वत रहो से है आज हटाने

नया खून है नई उमंगे अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी...

आओ मेहनत को अपना ईमान बनाये

अपने हाथों को अपना भगवान बनाएं

राम की इस धरती को गौतम की की भूमि को

सपनों से भी प्यारा हिंदुस्तान बनाए

नया खून है नई उमंगे अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी हम हिन्दुस्तानी

छोड़ो कल की बातें...

दाग गुलामी का धोया है जान लूटा के

दीप जलाये है कितने ही दीप बुझा के

ली है आजादी तो इस आजादी को

रखना होगा हर दुश्मन से आज बचा के

नया खून है नई उमंगे अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी

हर जर्रा मोती है आंख उठा के देखो

मिट्टी में सोना है हाथ बढ़ा कर देखो

सोने की यह गंगा है चांदी की जमुना

चाहो तो पत्थर से धान उगाकर देखो

नया खून है नई उमंगे अब है नई जवानी

हम हिन्दुस्तानी हम हिन्दुस्तानी..



मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू।

 मेरा कर्मा तू मेरा धर्मा तू

तेरा सब कुछ मैं, मेरा सब कुछ तू

हर करम अपना करेंगे ऐ वतन तेरे लिए

दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए

तू मेरा कर्मा तू मेरा मेरा धर्मा, तू मेरा अभिमान है

ऐ वतन महबूब मेरे तुझपे दिल कुर्बान है

हम जायेंगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिऐ...

हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई हम वतन हम नाम है

जो करे इनको जुदा मजहब नही इल्जाम हैं

तेरी गलियों में चलाकर नफरतो की गोलियां

लुटते है कुछ लुटेरे, दुल्हनों की डोलियां

लूट रहें है आप वो अपने घरों को लूटकर

खेलते है बेखबर अपने लहू से गोलियां

हम करम अपना करेंगे ऐ वतन तेरे लिऐ

दिल दिया है जान भी देंगे ऐ वतन तेरे लिऐ...


रविवार, 14 मई 2023

हम होंगे कामयाब एक दिन।

हम होंगे कामयाब, हम होंगे कामयाब

हम होंगे कामयाब एक दिन 

ओ हो हो मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास

हम होंगे कामयाब एक दिन

नही डर किसी का, नही डर किसी का

नही डर किसी का आज के दिन

ओ हो हो मन मे है विश्वास, पुरा है विश्वास

नही डर किसी का आज के दिन....

(होगी शान्ति चारो ओर)....3

एक दिन

ओ हो हो मन में है विश्वास, पुरा है विश्वास

हम चलेंगे साथ साथ, ले के हाथो में हाथ...2

हम चलेंगे साथ एक दिन

ओ हो हो मन में है विश्वास पुरा है विश्वास

हम होंगे कामयाब एक दिन।।




आओ बच्चों तुम्हें दिखायें झांकी हिंदुस्तान की।

आओ बच्चों तुम्हें दिखाये झांकी हिंदुस्तान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की

उत्तर में रखवाली करता पर्वतराज विराट है

दक्षिण में चरणों को धोता सागर का सम्राट है

यमुना जी के तट को देखो गंगा का ये घाट है

बाढ़ बाट पे हाट में, यहां निराला ठाठ है

देखो ये तस्वीरे अपने गौरव के अभिमान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये.....

ये है अपना राजपूताना नाज इसे तलवारों पे

इसने अपना जीवन काटा बारक्षी तीर कटारों पे

यहां प्रताप का वतन पला है आजादी के नारों पे

कूद पड़ी थी जहां हजारों पद्मीनिया अंगारों पे

बोल रही थी कण कण से कुर्बानी राजस्थान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये.....

देखो मुल्क मराठों का ये यहां शिवाजी डोला था

मुगलों की ताकत को इसने तलवारों पे तोला था

हर पत्थर पे आग जली हर पत्थर एक शोला था

बोली हर हर महादेव की बच्चा बच्चा बोला था

यही शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती हैं....

जलियां वाला बाग ये देखो यहां चली थी गोलियां

ये मत पूछो किसने खेली यहां खून की होलियां

एक तरफ बंदूके दन दन एक तरफ थी टोलियां

मरने वाले बोल रहे थे इंकलाब की बोलियां

यहां लगा दी बहनों ने भी बाजी अपनी जान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती...

ये देखो बंगाल का हर चम्पा हरियाली है

यहां का बच्चा बच्चा अपने देश मरने वाला हैं

मुट्ठी में तूफान बसा हैं और हर प्राण में ज्वाला है

जन्मभूमि है यही हमारी वीर सुभाष महान की

इस मिट्टी से तिलक करो ये धरती है बलिदान की

वंदे मातरम्, वंदे मातरम्।।




जिस देश में गंगा बहती है।

 हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है

होठों पे सच्चाई रहती है

जहां दिल में सफाई रहती है

मेहमा जो हमारा होता है वो जान से प्यारा होता है

ज्यादा का नहीं लालच हमको थोड़े से गुजरा होता है

बच्चों के लिए जो धरती मां

सदियों से सब कुछ सहती है

हम उस देश के वासी है जिस देश में गंगा बहती है

कुछ लोग जो ज्यादा जानते हैं

इंसान को कम पहचानते हैं

ये पूरब है पूरब वाले की हर जान की कीमत जानते हैं

मिल जुल के रहो और प्यार करो

एक चीज यही तो रहती है

हम उस देश के वासी हैं....

जो जिस से मिलना सीखा हमने

गैरो को भी अपनाया हमने

मतलब के लिए अँधे हो कर

रोटी को नहीं पूजा हमने

अब हम तो क्या सारी दुनिया ये कहती है

हम उस देश के वासी हैं जिस देश में गंगा बहती है।









शनिवार, 13 मई 2023

ताकत वतन की हम से है।।

 ताकत वतन की हम से है हिम्मत वतन की हम से है

इज्जत वतन की हम से है, इंसान के हम रखवाले

पहरेदार हिमालय के हम, झोके है तूफान के

सुनकर गरज हमारी, सीने फट जाते चट्टान के

सीना है फौलाद का अपना, फूलों जैसा दिल है

तन में विंध्याचल का बल है, मन में ताजमहल है

ताकत वतन की हम से है...

देकर अपना खून सींचते देश की हम फुलवारी

बंसी से बंदूक बनाते हम है वो प्रेम के पुजारी

ताकत वतन की हम से है, हिम्मत वतन की हम से है

इज्जत वतन की हम से है, इंसान के हम रखवाले

आ कर हमको कसम दे गई, राखी किसी बहन की

देंगे अपना शीश, न देंगे, मिट्टी मगर वतन की

ताकत वतन की हम से है.....

खतरे में हो देश अरे तब लड़ना सिर्फ धर्म है

मरना है क्या चीज आदमी लेता नया जन्म है

एक जान है एक प्राण है सारा देश हमारा

सादिया चल कर थकी रुकी, पर कभी ना गंगा धारा

ताकत वतन की हम से है इज्जत वतन की हम से है....



राष्ट्रीय गान। जन गण मन।।

 जन गण मन अधिनायक जय हे,

                        भारत भाग्य विधाता।

पंजाब, सिंधु, गुजरात, मराठा,

                         द्रावीड उत्कल बंगा।

विंध्य, हिमाचल यमुना, गंगा,

                           उच्छल जलधि तरंगा।

तब    शुभ     नामे     जागे,

                            तब शुभ आशीष मांगे।

गाये     तब    जय    गाथा,

                            जन गण मंगलदायक जय है।

भारत     भाग्य     विधाता,

                             जय हे,    जय हे,    जय हे।

जय     जय     जय     जय    हे,



जब जीरो दिया मेरे भारत ने।।

जब जीरो दिया मेरे भारत ने दुनिया को तब गिनती आई

तारों की भाषा भारत ने दुनिया को पहले सिखलाई

देता ना देश मदद भारत तो यों चांद पे जाना मुुश्किल था

धरती और चाँद की दूरी का अंदाजा लगाना मुश्किल था

सभ्यता जहां पहले आई पहले जन्मी जहां पे कला

मेरा भारत वो भारत है, जिसके पीछे संसार चला

संसार चला और आगे बढ़ा और आगे बढ़ा बढ़ता ही गया

भगवान करे ये और बढ़े बढ़ता ही रहें और फूले फले।।






शुक्रवार, 12 मई 2023

यह देश है वीर जवानों का।।

यह देश है वीर जवानों का,

अलबेलों का मस्तानों का

इस देश का यारों क्या कहना

यह देश है दुनियां का गहना..

यह देश है वीर जवानों का

यहाँ चौड़ी छाती वीरों की

यहां भोली शक्ले हीरो की

यहां गाते है रांझे मस्ती में

मचती हैं धूमे बस्ती में, पेड़ो पे कतारें झूलों की,

राहों में बहारे फूलों की

यहां हंसता है सावन बालों में

खिलती हैं कलियां गालों में

दिलदार के लिए दिलदार है हम,

दुश्मन के लिए तलवार हैं हम

मैदान में अगर हम डट जाएं

मुश्किल है की पीछे हट जाएं

यह देश है वीर जवानों का......


है प्रीत जहां की रीत सदा।।

 

है प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वही के गाता हूं 

भारत का रहने वाला हूं भारत की बात सुनाता हूं

काले गोरे का भेद नहीं हर दिल से हमारा नाता है

कुछ और ना आता हो हमको पर प्यार निभाना आता है

जिसे मान चुकी सारी दुनिया जिसे मान चुकी सारी दुनिया 

मैं बात ... मैं बात वही दोहराता हूं,

भारत का रहने वाला हूं भारत की बात सुनाता हूं

है प्रीत जहां की रीत सदा....

जीते हो किसी ने देश तो क्या हमने तो दिलों को जीता है

जहां राम अभी तक है नर में नारी में अभी तक सीता हैं

इतने पावन हैं लोग जहां मैं नित नित 

मैं नित नित शीश झुकता हूं

भारत का रहने वाला हूं भारत की बात सुनाता हूं

हैं प्रीत जहां की रीत सदा...

इतनी ममता नदियों को भी जहां माता कह के बुलाते हैं

इतना आदर इंसान तो क्या पत्थर भी पूजे जातें हैं

उस धरती पे मैंने जन्म लिया ये सोच

ये सोच के मैं इतराता हूं,

भारत का रहने वाला हूं भारत की बात सुनाता हूं...

है प्रीत जहां की रीत सदा.....






Sakya library "गुप्त पुस्तकालय" – तथ्य और मिथक क्या आप जानते हैं

Sakya "गुप्त पुस्तकालय" – तथ्य और मिथक 2003 में Sakya मठ, जो तिब्बत में लगभग 300 मील पश्चिम में स्थित है, के दक्षिणी पंख में एक द...